श्री क्षत्रिय वीर ज्योति का पंचम मंथन शिविर (हमीरगढ़ ) संपन्न



श्री क्षत्रिय वीर ज्योति के पंचम मंथन शिविर का आयोजन दिनांक 17/11/2012 से 18/11/2012 तक प्रातः स्मरणीय स्वतंत्रता के दीवाने महाराणा प्रताप की मेवाड़ धरा के हमीरगढ़ (भीलवाड़ा) में किया गया था ! मंथन शिविर हमीरगढ़ के पहाड़ी में स्थित रमणीय स्थल इको पार्क में "मंशा महादेव" मन्दिर के प्रांगन में दिनांक 17/11/2012 को समय क़रीब 03.00 बजे शाम प्रारंभ हुआ !श्री क्षत्रिय वीर ज्योति के अध्यक्ष वासुदेव भगवन श्री कृष्ण की मंगलिक मंत्रोच्चारन के साथ उपासना के उपरांत कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए सर्व‌-‌-प्रथम श्री क्षत्रिय वीर ज्योति के संस्थापक सदस्य एवं आधारस्तंभ ठाकुर साहब जयपालसिंह गिरासे,शिरपुर (शिशोदिया) ने श्री क्षत्रिय वीर ज्योति की प्रस्तावना उपस्थित क्षत्रिय एवं क्षत्रानियो के समक्ष रखी ! इसके बाद प्रमुख मार्गदर्शक कुँवर राजेंद्र सिंह नरुका (बसेट) ने क्षत्रिय वीर ज्योति के लक्ष्य एवं उसे हासिल करने के लिए आगामी 46 वर्षों का कार्य-क्रम क्रमवार विस्तार से बताया ! मिशन के लिए धन एवं साधनों के स्रोत्रो पर भी विस्तार से बताया गया ! गुजरात से पधारे श्री मुक्तेश सिंह जी मन्हार ने पिछले 4 वर्षों तक के संस्थान के द्वारा लक्ष्य की दिशा में तय की गयी दूरी एवं क्रियाकलापों के बारे में बताया !गुजरात से ही पधारे श्री जयदीप सिंहजी झाला ने श्री क्षत्रिय वीर ज्योति के मिशन में अपने द्वारा किए गए कार्यों के बारे में बताया ! संस्थान के संस्थापन में अग्रणी भूमिका निभाने एवं मध्य-भारत में क्षत्रिय धर्म जागरण रत श्री डॉक्टर साहब प्रल्हादसिंहजी सिकरवार(गुना) ने आज के परिवेश में क्षत्रिय वीर ज्योति के मिशन की अवश्यकता के बारे में बताया ! इसके बाद मंथन शिविर में उपस्थित सभी बंधुओं से अपने-अपने विचार व्यक्त करने को कहा गया !सभी उपस्थित क्षत्रिय बंधुओं ने अपना पूर्ण सहयोग श्री क्षत्रिय वीर ज्योति को प्रदान कराने का वायदा किया ! अपनी शंकाओं को प्रकट किया जिनका समाधान संस्थान की ओर से किया गया ! इस मंथन शिविर में आदरणीय राजाधिराज हेमेन्द्रसिंहजी बनेरा (पूर्व-सांसद ) सहित राजस्थान ,एम.पी.,गुजरात, महांराष्ट्र ,दिल्ली,उ.प्र. से कार्यकर्ताओ ने भाग लिया !शिविर के मेजबान रावतसाहब श्रीमंत युगप्रदीपसिंहजी हमीरगढ़ थे ! मंथन शिविर में राजाधिराज हेमेन्द्रसिंहजी बनेरा ने इस मिशन को क्षत्रिय धर्म पुनर्स्थापना के लिए अत्यन्त आवश्यक बताया और अपना पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया ,साथ ही वर्तमान सभी प्रकार के राजपुत राजनेताओ से सावधान रहने की सलाह दी ! उद्योजक श्री कुलदीपसिंहजी श्यामपूरा ने भी अपना सहयोग देने का वायदा किया ! मेजबान रावत साहब हमीरगढ़ (श्री युगप्रदीपसिंह जी ) ने सभी का यहा पधारने का आभार व्यक्त किया एवं अपने संगठन जय राजपूताना युवा सेवा संसथान की ओर से इस मिशन के लक्ष्य हेतु पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया ! क्षत्रिय धर्म की पुनर्स्थापना में क्षत्रनियो की भूमिका क्या है, और किस प्रकार आज क्षत्रनियो को इस दूषित होते वातावरण से बचाया जाए ,इस पर कुंवरानी साहिबा निशाकँवरजी ने सभी को विस्तार से समझाया ! इसके बाद सायंकाल श्री चामुंडा भवानी माताजी के मन्दिर में दर्शन किए गए ! रात्रि हमीरगढ़ राजमहल में 08.00 बजे से 12.00 बजे तक पुनः शंका समाधान का दौर हुआ ! इस सत्र में इतिहास, धर्म, रामायण---महाभारत---गीता आदि गहन विषयोंपर भी महत्वपूर्ण चर्चा की गयी। इसके बाद दिनांक 18/11/2012 प्रातः 09.30 बजे सभी श्री क्षत्रिय युवक संघ के बालिका शिविर में देवली गाव के पास ....बनास नदी के किनारे थला माता के मंदिर बिलिया ,खरदा गए एवं ठाकुर जयपालसिंहजी गिरासे (शिशोदिया),रावतसाहब श्रीमंत युगप्रदीपसिंहजी हमीरगढ़ ,डॉक्टर साहब प्रह्लाद सिंहजी गुना एवं कुँवर राजेंद्र सिंह जी नरुका ने विस्तार से बालिकाओं एवं वहा उपस्थित सभी क्षत्रिय एवं क्षत्रनियो को क्षत्रिय धर्म एवं श्री क्षत्रिय वीर ज्योति मिशन के बारे में समझाया ! इसके बाद सायंकाल 03.00 बजे शिविर समापन हुआ एवं सभी ने भाव भीनी विदाई ली ! मेजबान रावतसाहब युग्प्रदिपसिंह हमीरगढ़ ; श्रीमान हर्षप्रदिपसिंहजी हमीरगढ़  का मृदुल एवं मिलनसार व्यवहार प्रशंसनीय रहा !इस मंथन शिविर में भंवर रविराज सिंह मेडी ;युवा नवोदित व्यवसायी कुँवर हेमेन्द्र सिंह जी तंवर (दीपावास) भी उपस्थित रहे ! भँवर् कुश (11 वर्षीय) एवं भँवर बाईसा उत्तम कँवर(13 वर्षीय) ने भी मंथन शिविर में पूरा भाग लिया ! इस मंथन शिविर में जो मुख्य निर्णय हुए वे निम्न प्रकार है :‌-1)अगला मंथन शिविर मध्य प्रदेश में गुना में मार्च 2012 में आयोजित होगा !इसके आयोजक डॉक्टर साहब प्रह्लाद सिंह जी सिकरवार होंगे !2) सन् 2014 तक इस क्षत्रिय वीर ज्योति मिशन में कुल 10000 सक्रिय सदस्य बनाने है !3) अगले मंथन शिविर में तय किया जायेगा कि सदस्यों से सदस्यता शुल्क कब से लेना शुरू किया जाएँ !4)श्री क्षत्रिय वीर ज्योति के मिशन की जानकारी के लिए "क्षत्रिय संसद" ब्लॉग को नियमित किया जाएँ! और ज्ञान दर्पण ,राजपूत वर्ल्ड , पर भी लगातार इसकी जानकारी उपलब्ध करवायी जायेगी !5) पति के साथ चिता में बैठकर स्वर्ग गमन करने वाली क्षत्रनियो से ज्यादा वे क्षत्रनियो महान मानी जाएँ जो विधवा रहकर अपने पति के परिवार का सहारा बनती है ! और उनके पति के लक्ष्य में अपना पूरा जीवन समर्पित करती है! अतः विधवा क्षत्रनियो को तपस्विनी और देवी का रूप मानकर उनका भरपुर सम्मान किया जाये ! 6)क्षत्रिय युवक संघ के दोनों घटकों से दंपती शिविर के जरिये क्षत्रिय वीर ज्योति के स्थापित होने वाले गुरुकुलों के लिए क्षत्रिय एवं क्षत्रनियो के संस्कारित परिवारों को चिह्नित कराने का निवेदन किया जायेगा ! "जय क्षात्र-धर्म" !!!



प्रचार प्रमुख



श्री क्षत्रिय वीर ज्योति

हमीरगढ़ में राजपूताना युवा सेवा संस्थान द्वारा वार्षिकोत्सव का सफल आयोजन.....!

श्री राजपुताना युवा सेवा संस्थान द्वारा हमीरगढ़ (जी.भीलवाडा,राजस्थान) में ता.२८ अक्टूबर के दिन दूसरा वार्षिकोत्सव दिवस मनाया गया! इस अवसर पर क्षत्रिय महाकुम्भ का सफल आयोजन किया गया था! हमीरगढ़ की पवित्र भूमि पर बड़े ही उत्साह से क्षत्रिय महाकुम्भ में सम्मिलित होने के लिए मेवाड़, मारवाड़,शेखावाटी, हाडोती सहित देश के कोने-कोने से सक्रिय क्षत्रिय कार्यकर्ता उपस्थित रहे!  विशाल शामियाने में रणवाद्यों के साथ  आनेवाले अतिथियों का स्वागत किया जा रहा था!  समारोह के शुरुवात माँ अम्बा भवानी  , वीरशिरोमणि महाराणा प्रताप और छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा पूजन से हुई! माँ भवानी की सामूहिक आरती कर शक्ति की उपासना की गयी! राजपुताना युवा सेवा संस्थान के द्वारा और हमीरगढ़ के रावत श्री युग्प्रदिप सिंहजी द्वारा उपस्थित अतिथियों का स्वागत किया गया! समारोह की अध्यक्षता मंडलगढ़ के विधायक श्री प्रदीप कुमार सिंह  सिंगरौली ने की!  मुख्य अतिथि श्री लोकेन्द्रसिंह कालवी (शीर्ष संस्थापक: श्री राजपूत करणी सेना) ने इस अवसर पर मार्गदर्शन करते कहा की , शिक्षा ही अब समाज का विकास कर सकती है! आज इस समारोह से संकल्प लेकर नशामुक्ति; स्री-भ्रूण हत्या; दहेज़ प्रथा का त्याग कर शिक्षा के प्रति नवयुवकों को बढ़ावा दे ! राजनीती की दीवारे गिराकर समाज के लिए हमें एक ही मंच पर आना चाहिए.....उन्होंने यह भी कहा की अब सर गिराने की नहीं अपितु सर गिनाने की सक्त जरुरत है! लोकतंत्र में मजबूत समाज-शक्ति का निर्माण ही राष्ट्र को सही दिशा दे सकता है!  सिरोही संस्थान के भूतपूर्व महाराजा श्री रघुवीरसिंह जी ने इतिहास के प्रेरक प्रसंग बताकर उपस्थित कार्यकर्ताओं को क्षात्र-धर्म के पुनर्जागरण का आवाहन किया! जौहर स्मृति संस्थान के अध्यक्ष श्री राज ऋषि उम्मेदसिंह जी धौली ने मेवाड़ी भाषा में भाषण कर उपस्थित लोगोंका दिल जीता! उन्होंने आज के युवाओं से समाज के लिए समर्पित होने की आवश्यकता जताई! ठाकुर श्री मनोहरसिंह जी कृष्णावत ने समाज कार्य के लिए हर एक घर से नई पीढ़ी को प्रेरणा मिले और आगे आये तब ही हम गति से आगे बढ़ेंगे.....अपने आवेश से उन्होंने सभी को प्रेरित किया! इस समारोह का खास आकर्षण रहा कुमारी धनश्री चौहान का अभिभाषण....! अपनी मृदु वाणी से ...वीररस युक्त काव्य-पंक्तिओं के सहारे....स्री-भ्रूण हत्या, दहेज़, नशापानी आदि कुरीतिओं पर प्रकाश डालकर समाज का प्रबोधन किया.....साथ ही नारी-शक्ति को समाज में परिवर्तन लाने के लिए कटिबद्ध होने का आवाहन किया! श्री प्रदीप कुमार सिंह; श्री कुलदीपसिंह शामपुरा ,श्री सुरेन्द्रसिंह मोत्रास ; श्री भूपेंद्र चौहान, श्री सुरेन्द्रसिंह ; रावत श्री युग्प्रदिप सिंहजी हमीरगढ़; भा.ज.प्. के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री नाहरसिंह जोधा जी ने भी समारोह को संबोधित  किया! राजस्थान विधान सभा के पूर्व उपाध्यक्ष श्री देवेन्द्रसिंह जी बद्लियास जी के पोते श्री प्रदयुम्न सिंह बद्लियास ने संस्थान को एक लाख रुपये की राशी प्रदान की! इस अवसर पर उपस्थित युवा वर्ग ने उत्स्फूर्त रक्तदान कर ६५ यूनिट रक्त संकलित किया! समारोह में आये सभी महानुभावों के लिए विशाल भोज का भी सुन्दर आयोजन रहा! समारोह में समाज के प्रतिभाशाली व्यक्तिओं का विशेष सन्मान किया गया! इस समारोह के लिए  मुख्य अतिथि हिज हायनेस महाराव श्री रघुवीरसिंह जी (सिरोही संस्थान), श्री राजपूत करणी सेना के शीर्ष संस्थापक- श्री ठा. लोकेन्द्रसिंह जी कालवी; राज ऋषि श्रीमान ठाकुर उम्मेदसिंह जी धौली(अध्यक्ष:जौहर स्मृति संस्थान, चित्तोड़) , समारोह के अध्यक्ष: श्रीमान सुरेन्द्रसिंह जी सिंगरौली(विधायक,मंडलगढ़ ),श्रीमान भैरूसिंह जी चौहान (पूर्व अध्यक्ष: जि.प.चित्तोड़), श्रीमान ठा. मनोहरसिंह जी कृष्णावत(भूपाल नोबल्स,उदयपुर), श्रीमान रावत युग्प्रदिप सिंघजी हमीरगढ़, श्री शक्तिसिंह जी कारोही; श्री प्रद्युम्न सिंहजी बदलियास; श्री गजराज सिंह जी हाथीपुरा; श्री.मेघसिंहजी ,श्री.भूपेंद्रसिंहजी चौहान, आगरा; विपक्ष नेता श्री कमलसिंह पुरावत, उपप्रधान श्री भोपालसिंह पुरावत; श्री नाहरसिंह जी जोधा (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष:भारतीय जनता पार्टी) ;श्री जयपालसिंह गिरासे(शिरपुर); श्री. भंवर खंगारोत रेटा (जय राजपुताना) ;श्री जसवंतसिंह बावलास; श्री इन्द्रपाल सिंह करेडा; श्री जितेन्द्रसिंह कारंगा (प्रदेक्षाध्यक्ष:श्री राजपूत करणी सेना); श्री कुलदीपसिंह श्यामपुरा; श्री नरपतसिंह, श्री मनिराज सिंह, श्री सिकरवार,श्री परमार, श्री गहलोत, श्री धनसिंह जी,श्री मंगलसिंह जी,श्री संदीपसिंह जी आदि. उपस्थित थे! बहुत ही सुन्दर तरीके से समारोह का सञ्चालन अनिताकुंवर कृष्णावत बाईसा ,उदयपुर   ने किया! इस समारोह की यशस्विता के लिए रावत श्री युगप्रदिप सिंह जी हमीरगढ़; श्री हर्षप्रदीपसिंहजी हमीरगढ़; श्री कुलदीपसिंह जी श्यामपुरा,श्री विनोद पंडित  और राजपुताना युवा सेवा संस्थान के कार्यकर्ताओ ने परिश्रम लिए! अगले वर्ष यह समारोह करेडा गाव में आयोजित करने की श्री इन्द्रपाल सिंघजी ने उदघोशना की!